प्रथम चरण में शांतिपूर्ण ढंग से लगभग 64.86 प्रतिशत हुआ मतदानः के. रवि कुमार
चाईबासा में नक्सलियों के मंसूबे को किया गया फेलः एवी होमकर
रांची। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के रवि कुमार ने कहा है कि प्रथम चरण के 43 विधानसभा सीटों पर मतदान पूर्णतः शांतिपूर्ण रहा। शाम पांच बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 64.86 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में थोड़ा कम मतदान हुआ है। मॉक पोल और मतदान के दौरान एक फीसद से भी कम इवीएम और वीवीपैट के बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया के दौरान कुछ जगहों से मतदान को प्रभावित करने की सूचना मिली थी, जिसका समय रहते निपटारा कर लिया गया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि साइलेंस पीरियड में एक राजनीतिक दल द्वारा चुनाव मेनिफेस्टो जारी करने को लेकर शिकायत मिली थी, जिसे भारत निर्वाचन आयोग के संज्ञान में लाया गया है। वहीं साइलेंस पीरियड में एक प्रेस कांफ्रेंस की भी शिकायत मिली है, जिसे लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी से रिपोर्ट तलब की गयी है। वह बुधवार को राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी श्री एवी होमकर के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे।
राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी श्री एवी होमकर ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान में 2249 बूथ क्रिटिकल (नक्सल प्रभावित) थे, जहां शांतिपूर्ण चुनाव कराना बड़ी चुनौती थी। इसे लेकर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गयी थी। उन्होंने बताया कि इसे लेकर 600 कंपनी अर्द्धसैनिक बल, 60 कंपनी राज्य सशस्त्र बल, 15291 राज्य पुलिस के जवान और लगभग 14000 होमगार्ड जवानों की तैनाती की गयी थी। वहीं इस चरण में 286 बूथ शैडो एरिया में थे, जहां संचार की अलग व्यवस्थी करनी पड़ी। 225 बूथों पर मतदानकर्मियों को हेलीड्रापिंग के माध्यम से पहुंचाया गया था। बावजूद इसके चाईबासा जिले में नक्सलियों ने मतदान को प्रभावित करने की कुचेष्टा की थी, लेकिन समय रहते उनकी मंशा को ध्वस्त कर दिया गया। वहीं लातेहार जिला में गोली लगने से सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। उसके हाथ में गोली लगी है। उसे बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया है। किन परिस्थितियों में उसे गोली लगी, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान अव्यवस्था फैलाने के आरोप में छह केस दर्ज किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि अधिकांश मतदान केंद्रों से मतदानकर्मी मतदान के बाद लौटने लगे हैं। संबंधित जिले के आरक्षी अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि मतदान कर्मियों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था की वे सतत निगरानी करें। वहीं हेलीड्रॉप किये गये मतदानकर्मियों को गुरुवार को हेलीलिफ्ट कर वापस लाया जाएगा।