सुंदरम कुमार की रिपोर्ट
चैनपुर: 22 जून को आजसू स्थापना दिवस को बलिदान दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमे मुख्यातिथि के रूप में झारखंड आंदोलनकारी नेता सह आजसू पार्टी के केन्द्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ.देवशरण भगत जी, और विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय सचिव सह गुमला विधानसभा प्रभारी बोनीफास कुजूर रहेंगे । वहीं गुमला विधानसभा क्षेत्र से एक हजार नए युवाओं को आजसू पार्टी के विचारों से जोड़ने का लक्ष्य लिया गया है साथ ही साथ युवा सम्मेलन के रूप में सभी युवाओं भाग लेना अनिवार्य है। सभी प्रखंडों से सभी हजारों की संख्या में रायडीह प्रखंड के पतराटोली स्टेडियम एक नए यूथ के साथ बैठक रखा गया है, और उसमें झारखंड को किस-किस ने बलिदान दिया है उसका विजुअल वीडियो जारी किया जाएगा।जिसमें झारखंड को अलग राज्य बनाने में , झारखंड की आबरू को बचाने में , झारखंड के किसानों के लिए अलग लड़ाई लड़ना विद्यार्थियों के लिए आवाज उठाना और मुंहतोड़ जवाब देना । आजसू पार्टी किस तरह संघर्ष और बलिदान करते हुए आज पार्टी को इस मुकाम तक पहुंचाया। इन सब मुद्दों पर आवाज उठाने वाली पार्टी आज किस मुकाम पर पहुंच चुका है । उसको बताने के लिए और वर्तमान दौर में झारखंड में गर्मी का जो डिग्री प्रतिशत जिस तरह से बढ़ रहा है उसको देखते हुए हर विधानसभा में 100 पौधा लगाने का निर्णय आजसू पार्टी ने लिया हैं।