यह महोत्सव हमारी परंपराओं और आधुनिकता का अनूठा संगम रहा: कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य

DSPMU में तीन दिवसीय युवा महोत्सव, स्पंदन का समापन

रांची : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के सभागार में तीन दिवसीय युवा महोत्सव, स्पंदन का समापन हुआ। आज तीसरे और अंतिम दिन इस प्रतियोगिता के अंतर्गत वन एक्ट प्ले, जिसमें 32 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और जिसका थीम था, अनकही, जस्टिस लीग और फियर ऑफ मिसिंग। स्किट का थीम था, जस्टिस और इन सबके अलावा मिमिक्री तथा इंस्टालेशन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इस समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने सभागार में उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के इस युवा महोत्सव, स्पंदन के समापन के अवसर पर यहां उपस्थित सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों और कर्मियों को मेरी ओर से बधाई और शुभकामनाएं , इस आयोजन की पूर्ण सफलता पर। मैं इस अवसर पर आयोजित की गई विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ , साथ ही जो विजेता नहीं हो पाएं उनके लिए यह संदेश है कि आपको इस प्रतियोगिता के माध्यम से एक लक्ष्य मिल गया है जो आनेवाली ऐसी अनेक प्रतियोगिताओं के लिए आपको सफलता प्रदान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह बड़े ही हर्ष का विषय है कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय द्वारा युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस प्रकार का मंच पिछले कई वर्षों से प्रदान किया जा रहा है। निःसन्देह इस प्रकार के महोत्सव युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और सीखने के लिए उत्कृष्ट मंच प्रदान करते हैं। इस वर्ष का यह महोत्सव हमारी परंपराओं और आधुनिकता का अनूठा संगम रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारा देश विकसित भारत, 2047 के लक्ष्य की ओर अग्रसरित है। ऐसे में इस प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन युवाओं को प्रेरित करने का काम करते हैं। कुलसचिव डॉ नमिता सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के इस प्रकार के आयोजनों का मूल उदेश्य है कि यहां के अनुभवों के आधार पर प्रतिभागी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने में सफल होंगे।

मौके पर DSW डॉ सर्वोत्तम कुमार ने भी कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी । इस अवसर पर हिंदी के सेवानिवृत प्रो जेबी पांडेय के अलावा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के दो सेवानिवृत प्रो डॉ पंकज कुमार और प्रो रामदास उरांव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य, कुलसचिव नमिता सिंह और अन्य अतिथियों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस तीन दिवसीय युवा महोत्सव में 500 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी निभाई। इस तीन दिवसीय युवा महोत्सव के सफल आयोजन में प्रतियोगिता के समन्वयक डॉ गीतांजलि सिंह, डॉ विनय भरत, डॉ शालिनी लाल के अलावा आयोजन के लिए गठित विभिन्न कमिटी जैसे, गायन और नृत्य, साहित्यिक, थियेटर, फाइन आर्ट्स, अनुशासन, तकनीकी सेल और मीडिया कमिटी के सभी सदस्यों के साथ एनसीसी के कैडेट और स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के विद्यार्थियों के साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न वॉलेंटियर्स का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह जानकारी।पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।

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