रांची : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा ही संयुक्त तौर पर लिखी गई पुस्तक, अंडरस्टैंडिंग इंडिया, पुस्तक की एक प्रति उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, झारखंड के प्रधान सचिव राहुल पुरवार को भेंट की। कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने प्रधान सचिव राहुल पुरवार को अंडरस्टैंडिंग इंडिया यानी भारत बोध पुस्तक के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह पुस्तक सही मायनों में इस लिए काफी महत्वपूर्ण और उपयोगी हो जाती है क्योंकि न सिर्फ यह पुस्तक नई शिक्षा नीति के अंडरस्टैंडिंग इंडिया सिलेबस को हूबहू ध्यानगत करते हुए लिखी गई है, बल्कि इसके प्रत्येक खंडों का लेखन कार्य उस खंड विशेष के विषय से संबंधित विशेषज्ञ प्राध्यापकों के द्वारा किया गया है। यह इस बात से और अधिक प्रमाणित होती है कि कुल 5 इकाइयों या खंडों में विभाजित इस पुस्तक के लेखन कार्य में लगभग 15 विषय विशेषज्ञों ने पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति , 2020 के अंतर्गत सेमेस्टर पद्धति पर आधारित चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के अंतर्गत अंडरस्टैंडिंग इंडिया के परीक्षा प्रारूप को ध्यानगत रखते हुए सामूहिक तौर पर लेखन कार्य किया। गौरतलब है कि अंडरस्टैंडिंग इंडिया यानि भारत बोध पुस्तक के मुख्य संपादक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ तपन कुमार शांडिल्य है। यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।
