रांची : केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री, भारत सरकार जी0 किशन रेड्डी ने आज सेन्ट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इन्स्टीच्यूट (सीएमपीडीआई) में ‘‘5जी यूज केस टेस्ट लैब’’ का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक सुविधा से लैस इस लैब का उद्देश्य कोयला क्षेत्र के डिजिटल परिवर्तन और तकनीकी परिदृश्य को आगे बढ़ाना है। 5जी यूज केस टेस्ट लैब कोयला उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किए गए विभिन्न 5जी आधारित अनुप्रयोगों के विकास, परीक्षण और अनुकूलन के लिए एक परीक्षण स्थल के रूप में कार्य करता है। कोयला मंत्रालय ने 5जी तकनीक का प्रभावी ढंग से लाभ उठाने के लिए कोयला उद्योग के लिए 5जी यूज केस टेस्ट लैब की स्थापना के लिए सीएमपीडीआई को उत्कृष्टता केन्द्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस-सीओई) के रूप में नामित किया है।
मौके पर श्री रेड्डी ने सीएमपीडीआई की सराहना की और कहा कि सीएमपीडीआई हमेशा नवाचार में अग्रणी रहा है। निरंतर अनुसंधान और विकास के माध्यम से सीएमपीडीआई खनन को अधिक सुरक्षित, कुशलतापूर्ण और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ बना रहा है। 5जी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लैब की स्थापना खनन क्षेत्र की उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का लाभ उठाने में सीएमपीडीआई के नेतृत्व को और मजबूत करती है। इस अवसर पर सचिव (कोयला) श्री विक्रम देव दत्त, कोयला मंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती विष्मिता तेज, कोल इंडिया के अध्यक्ष श्री पी0एम0 प्रसाद, सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री मनोज कुमार, सीसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री निलेन्दु कुमार सिंह, ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री सतीश झा, केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री के निजी सचिव श्री बक्की कार्तिकेयन (भा0प्र0से0), कोयला मंत्रालय के परियोजना सलाहकार श्री आनंदजी प्रसाद, अतिरिक्त निजी सचिव, एमओसी श्री ए0 वेंकटेश्वर रेड्डी (आईपीओएस), सीएमपीडीआई के निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) श्री शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) श्री अच्युत घटक, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री पंकज कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
माननीय केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन ने सीएमपीडीआई के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। सीएमपीडीआई ने एक प्रस्तुति के माध्यम से सीएमपीडीआई द्वारा दी जाने वाली प्रमुख सेवाओं और अब तक के प्रदर्शन की स्थिति के बारे में बताया। श्री रेड्डी ने कोयला और खनन उद्योग के विकास के साथ-साथ सामाजिक और सामुदायिक कार्यों में रुचि लेने के लिए सीएमपीडीआई के योगदान की सराहना की और भविष्य में और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया।
सीएमपीडीआई द्वारा स्थापित 5जी यूज केस लैब 5जी नेटवर्क का प्रयोगशाला-स्तरीय प्रतिनिधित्व करता है जिसे विशेष रूप से कोयला खनन उद्योग का समर्थन/सहायता करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह प्रयोगशाला 5जी रेडियो और कोर प्रौद्योगिकी को 5जी-सक्षम उपकरणों के साथ-साथ एज/क्वाउड एंटरप्राइज आईटी/ओटी अनुप्रयोगों और उपकरणों के साथ एकीकृत करने के लिए एक परीक्षण और विकास केन्द्र के रूप में कार्य करेगी। कोयला उद्योग के लिए 5जी यूज केस लैब कोयला उद्योग में परियोजनाओं और डिजिटल परिवर्तन यात्रा के लिए उद्योग का समर्थन/सहायता करने वाला एक प्रमुख स्तंभ बन जाएगा।
इस लैब का प्रमुख उद्देश्य है कि परीक्षण प्रयोगशाला से जुड़ी कोयला खनन उद्योग में आवश्यकताओं और विभिन्न नवीन उपयोग मामलों/अनुप्रयोगों की रूपरेखा तैयार करने, आवाज, वीडियो एवं डेटा संचार अनुप्रयोगों जैसे 5जी उपयोग मामलों का परीक्षण और विकास, 5जी नेटवर्क पर वाहन प्रबंधन और अन्य अनुप्रयोगों के लिए औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईआईओटी) सेंसर, वास्तरिक दुनिया के उद्योग 5जी प्राइवेट नेटवर्क सेट-अप को दोहराने के लिए एक स्केलेबल और रिप्लिकेबल मॉडल का मूर्तरूप जिसमें 5जी रेडियो और कोर सिस्टम शामिल हो और जो एज/क्वाउड आईटी/ओटी अनुप्रयोगों से लैस सुविधा प्रदान करना है।
इस लैब का मिशन उच्च-रिजाल्यूशन वीडियो और आईओटी अनुप्रयोगों के विकास का पता लगाने के लिए भरोसेमंद, उच्च गति, कोयला खनन क्षेत्र में कम विलंबता वायरलेंस कनेक्टिविटी स्मार्ट खनन एवं वास्तविक समय की निगरानी जैसे महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान करने पर केंद्रित है। साथ ही, विभिन्न क्षेत्र संचालन और उत्पादकता को अनुकूलित करने के लिए कोयला उद्योग में माइन्स डिजिटल ट्विन, स्वचालित गाइडेड वाहन (एजीवी), संवर्धित वास्तविकता (ऑगमेंटेड रियलिटी-एआर) और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जैसे अगली पीढी के उन्नत उपयोग के मामलों के कार्यान्वयन का पता लगाना है।
निगरानी कैमरे, सेंसर-एकीकृत मशीनें, पूर्वानुमानित रखरखाव प्रणाली और स्वचालित मशीनरी सहित आईओटी अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला को जोड़कर कोल इंडिया को वास्तविक समय डेटा विनिमय, बेहर निर्णय लेने और सुव्यवस्थित संचालन से लाभ होगा। कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा 5जी नेटवर्क के कार्यान्वयन से खनन कार्यों में दक्षता, सुरक्षा और स्थिरता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। चूंकि नेटवर्क निजी कैप्टिव नेटवर्क है इसलिए संचालन के दौरान उत्पन्न डेटा सीआईएल के पास सुरक्षित रहता है।
इसके अलावा श्री रेड्डी ने सीएमपीडीआई से डिलीवरी होज पाइप, एनक्यू ड्रिलिंग रॉड, कोर बॉक्स आदि जैसे स्क्रैप सामग्री से बनी ‘‘सीएमपीडीआई सेवाओं की प्रतिरूप’’ को दर्शाने वाली एक मूर्तिकला का भी अनावरण किया। यह प्रतिरूप अपनी मुख्य सेवाओं यानि जियोमैटिक्स, गवेषण, प्लानिंग एंड डिजाइन और पर्यावरण निगरानी के जटिल चित्रण के माध्यम से टिकाऊ प्रथाओं के प्रति सीएमपीडीआई की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। यह कलाकृति की स्थापना न केवल सीएमपीडीआई की परिचालन शक्तियों को दर्शाती है बल्कि एक सार्थक और टिकाऊ कला बनाने के लिए औद्योगिक कचरे के पुनर्चक्रण (रिसाइकलिंग) के महत्व पर भी जोर देती है। साथ ही, केन्द्रीय कोयला एवं खानमंत्री श्री रेड्डी ने सीएमपीडीआई के नये रंगीन ‘कॉरपोरेट लोगो’ का भी लोकार्पण किया।