बोकारो: 15 अगस्त को जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा था. वहीं, उस शाम बालीडीह थाना क्षेत्र की एक 22 वर्षीय महिला को सामुहिक दुष्कर्म की नियत से चार दरिंदों ने अपहरण कर लिया. महिला दो बच्चे की मां है. मामला तब प्रकाश में आया जब किसी तरह दरिंदों की चंगुल से भागकर 17 अगस्त की शाम मदहोशी की हालत में घर पहुंची. पति तथा परिजनों को आपबीती सुनाई. इसके बाद परिजनों ने बालीडीह थाना पुलिस से संपर्क किया. महिला को सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां, फिलहाल उसका इलाज चल रहा है.
शाम को दुकान से लौट रही थी महिला-
बताया जाता है कि आसपास के दुकान से 15 अगस्त की शाम को लौट रही थी. घर पहुंचने से पहले सुनसान जगह पर चार युवकों ने उसे पीछे से महिला के चेहरे पर कपड़ा डाल दिया. जबरन उसे गाड़ी से उठाकर, किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया. बंद कमरे में उसके साथ दुष्कर्म किया जाता रहा. दो दिन बाद महिला किसी तरह चकमा देकर शाम को घर पहुंची.
पति ने 17 अगस्त को बालीडीह थाना को दिया था लापता का आवेदन-
इधर, देर शाम तक महिला घर नहीं पहुंची, तो परिजन उसकी खोजबीन करने लगे. लेकिन उसका कहीं कोई अता-पता नहीं चला. 17 अगस्त को बालीडीह थाना को महिला की गुमशुदगी का आवेदन दिया गया. संयोगवश उसी शाम करीब 6 बजे महिला अस्त-व्यस्त अवस्था में घर लौटी.
इस संबंध में डीएसपी मुख्यालय बोकारो ने बताया कि इस घटना को लेकर तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई. पूछताछ जारी है. मामले की जांच की जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.