नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। इसके बाद राजग के नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और फिर नरेन्द्र मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
संसद भवन की पुरानी इमारत में स्थित संविधान कक्ष में राजग की बैठक की औपचारिक शुरुआत होने के बाद वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सहयोगी दलों ने अनुमोदन किया। अनुमोदन के बाद सभी नेताओं ने ध्वनि मत से मोदी को अपना नेता चुन लिया। भाजपा और राजग नेताओं ने माला पहनाकर नेता चुने जाने पर मोदी को बधाई दी।
इस दौरान कक्ष में मौजूद नेताओं ने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए। सिंह के प्रस्ताव का सबसे पहले अमित शाह, फिर नितिन गड़करी और उसके बाद राजग के अन्य सहयोगी दलों के नेताओं ने समर्थन किया। समर्थन करने वाले प्रमुख राजग नेताओं में सबसे पहला नाम जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी का था।
इसके बाद तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू और फिर जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार ने मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार सहित राजग में शमिल अन्य घटक दलों के नेताओं ने भी इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के जीतन राम मांझी, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल और जन सेना पार्टी के पवन कल्याण सहित अन्य नेताओं ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन किया।