युवा महोत्सव , युवाओं का युवाओं के लिए एक वार्षिक समारोह है : कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य
राँची : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के सभागार में तीन दिवसीय युवा महोत्सव, स्पंदन की शुरुआत हुई। उदघाटन और अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि इस युवा महोत्सव का उदेश्य एक साझा मंच पर अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन करके विद्यार्थियों में सदभाव, अविश्वास और सृजनशीलता की अवधारणाओं को विकसित करना है। इस तीन दिवसीय महोत्सव में युवा इन गतिविधियों के माध्यम से अपनी भावना को प्रदर्शित कर अपनी अभिव्यक्ति को सांस्कृतिक प्रतिभा के द्वारा प्रदर्शित कर सकते है।
उन्होंने विद्यार्थियों को उदघाटन सत्र में संबोधित करते हुए कहा कि आप युवा पीढ़ी में दृढ़ इच्छा शक्ति, आत्मविश्वास ही आपको मंजिल तक पहुंचाएगी संगठन और कर्म की भावना हर किसी विद्यार्थी में होनी चाहिए। तभी वह व्यक्तित्व का विकास कर राष्ट्र का विकास कर सकता है। इसके पूर्व द्वीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मौके पर DSW डॉ सर्वोत्तम कुमार ने युवा महोत्सव के उद्देश्यों और महत्व पर प्रकाश डाला। स्वागत भाषण और अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलसचिव डॉ नमिता सिंह ने कहा कि 2018 से अब तक के युवा महोत्सव का अनुभव यह दर्शाता है कि इन युवा महोत्सव के माध्यम से सफल विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान स्थापित की है।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल के समाजशास्त्री प्रो एस एन चौधरी ने विश्वविद्यालय के अपने पूर्व युवा महोत्सव के अनुभवों को उपस्थित विद्यार्थियों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि यह युवा महोत्सव विद्यार्थियों के आंतरिक सृजन को प्रदर्शित करने का एक सशक्त माध्यम है। उदघाटन सत्र के उपरांत आज प्रथम दिन रंगोली प्रतियोगिता में 6, पोस्टर मेकिंग में 35, क्विज में 38, मेहंदी प्रतियोगिता में 24 और ऑन स्पॉट पेंटिंग में 27 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा को दर्शाया। उदघाटन सत्र में मंच संचालन मनीष मिश्रा और विनय भरत ने किया। यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।