खूँटी । आगामी सरस्वती पूजा को लेकर खूँटी में जोरों की तैयारी चल रही है। खूँटी शहर के विभिन्न जगहों में तरह-तरह के आकार और सजावट के विद्या की देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा बनाई जा रही है। मूर्तिकारों द्वारा छोटे से बड़े मूर्तियाँ बनाए जा रहे हैं। मूर्तिकार आसपास से मिट्टी पुआल लकड़ी आदि खरीदकर लाते हैं और सुबह से शाम तक मूर्ति का आकार देने में लगे हुए हैं। सरस्वती माँ की दो फीट से लेकर 12 फीट तक की आकर्षक मूर्तियाँ तैयार किये जा रहे हैं। वहीं पूजा का आयोजन करनेवाले भी मूर्तियाँ खरीदने पहुँच रहे हैं। मूर्तिकार महेश नायक ने बताया कि विगत एक माह से मूर्ति बनाने लगे हैं। जिसमें 2 फीट से लेकर 10 फीट तक की मूर्ति बनाई गई हैं। वही ₹600 से लेकर ₹10000 तक का मूर्ति यहां मिल जाएगा। अभी कुछ मोटी बनाए हैं और भी मूर्ति बनाना बाकी है। मूर्ति खरीदने आए राहुल प्रमाणिक ने बताया कि यहां अच्छा मूर्ति मिल गया 9.5 फीट का मूर्ति इस बार पूजा करने के लिए चुने हैं। इस बार धूमधाम से पूजा करने का मन बनाए हैं। जिसकी तैयारी के लिए मोहल्ले के दोस्त लोग लगें हुए हैं।
मूर्ति कला में खूँटी पीछे लेकिन अपने ज्ञान से उभर रहे कुछ नन्हें मूर्तिकार
खूँटी जिले में मूर्ति निर्माण के कलाकारों की कमी है। इसलिए खूंटी में विशेष कर बंगाल से कलाकार यहाँ मूर्ति निर्माण करते हैं। जिसके कारण लोग पूजा कर पाते हैं। खूंटी में मनाए जानेवाले त्यौहार दूर्गा पूजा, गणेशोत्सव, विश्वकर्मा पूजा, सरस्वती पूजा , काली पूजा जैसे सभी त्यौहारों में मूर्ति निर्माण किया जाता है। वहीं खूँटी में मिट्टी मूर्तिकला के कार्य करनेवालों की कमी है। जिसे बढ़ावा मिले तो लोग मूर्ति निर्माण करके जीविकोपार्जन का संसाधन जुटा पाएंगे।
वहीं नन्हा मूर्तिकार गुलाल नायक ने बताया कि मुझे मूर्ति बनाना अच्छा लगता है पढ़ाई के साथ मूर्ति भी बनाने का काम भी करते हैं। दो-तीन वर्ष हो गया मूर्ति का काम करते हुए। मूर्ति बनाना मेरा शौक है और आगे भी इसी कलाकारी के माध्यम से आगे बढ़ेंगे।
इस प्रकार लोगों को मिट्टी मूर्तिकला को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। जिससे लोग ऐसे समय में आर्थिकोपार्जन के लिए कार्य करके जीवन यापन कर सकेंगे।