चाईबासाः पश्चिमी सिंहभूम जिले के मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत चिरिया खदान सेल में स्थानीय आदिवासियों को 75 प्रतिशत रोजगार का गारंटी देकर पलायन रोकने और काम करने वाले ठेका मजदूरों को पीएफ रसीद, वेज स्लीप, बोनस दिलाने को लेकर जुलूस प्रदर्शन कर प्रबंधन को ज्ञापन दिया.
इस दौरान प्रबंधन के साथ वार्ता में जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि सेल खदान सबसे ज्यादा ऊंचा ग्रेड का लौह अयस्क देता है और यह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा खदान है. शुरू में मनोहरपुर क्षेत्र में हैंड माइनिंग से और लोडिंग का काम मजदूर से होने से पलायन नही था. लेकिन अब खदान का काम मशीन से लिया जा रहा है और बाहरी लोगों को रोजगार देने से यहां का आदिवासी पलायन कर रहे हैं. प्रबंधन लाखों रुपए लेकर बाहरी लोगों को बहाल कर रहा है. इसके अलावा जो भी मजदूर काम कर रहे हैं उनका वेज स्लीप, बोनस, पीएफ रसीद नही दिया जा रहा है. इसलिए हमारा मांग को गंभीरता से विचार करते हुए पूरा किया जाए.आपकी सभी मांगों को सेल के वरीय अधिकारियों को भेजा जायेगा प्रबंधन की ओर से कहा गया कि आपका जो भी मांग है उसको वरीय पदाधिकारी को भेजा जायेगा. इसके अलावा प्रबंधन ने कहा कि पहले 6 खदान चालू था अभी मात्र एक चल रहा है जिस कारण से रोजगार नही दे पा रहे हैं. बहाली को लेकर कहा कि हमलोग पैसा लेकर किसी को भी बहाल नही करते हैं सारा बहाली एग्जाम के माध्यम से होता है और पूरे भारत के लिए बहाली होता है. मजदूरों का जो पीएफ, वेज स्लीप बोनस का मामला है उसको जांच करेंगे. प्रबंधन ने यह भी कहा कि 2026 के बाद खदान बंद होगा उसके बाद तो रोजगार भी सबका खत्म हो जायेगा. जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि केंद्र सरकार को बंद खदान को चालू कराकर पलायन रोकने का मांग पत्र सौंपा जायेगा. ज्ञापन देने में मानसिंह त्रिया जिला परिषद , प्रेम हेंब्रम, लक्ष्मी टूटी आदि शामिल थे.