12 से अधिक घायल, छह की हालत गंभीर, पुलिस वाहनों को पहुंचायी क्षति
ब्यूरो प्रमुख बिहान भारत
रांची। सीएम आवास जा रहे आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया है। पुलिस ने उनपर लाठियां बरसाई है। दोनों ओर से झड़प में कुछ लोग घायल हुए है। जिन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। सुरक्षा घेरा तोड़ने के बाद सहायक पुलिसकर्मी अलग-अलग रास्तों से सीएम आवास घेराव के लिए पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इससे पहले मोरहाबादी में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर बैठे सहायक पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया। इसके बाद सभी मुख्यमंत्री आवास की ओर जा रहे थे। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बेरीकेडिंग कर रखी थी। वहीं भारी संख्या में जवानों को लगाया गया था। इसके बावजूद सहायक पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरा तोड़ने में सफल रहे। इससे पहले मोरहाबादी मैदान में आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों राज्य सरकार के प्रतिनिधि ने वार्ता की। वहीं उनकी शर्तें को मानते हुए 1 वर्ष अनुबंध की अवधि को बढ़ाया है। इसके अलावा पुलिस बहाली में भी आरक्षण देने की बात कही गई। इसकी पुष्टि करते हुए झारखंड पुलिस के एडीजी मुख्यालय आरके मलिक ने बताया कि सहायक पुलिसकर्मियों को आश्वासन दिया गया कि उनके वेतन भत्ते में 20% की बढ़ोतरी की जा रही है। इधर, सरकार से वार्ता के बाद सहायक पुलिसकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल वापस मोरहाबादी मैदान गया था।
पुलिस कर्मियों ने समझाने का किया था प्रयास –
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों ने सरकार के साथ हुई वार्ता को असफल बताते हुए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकल गए।
इस दौरान रांची पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा सहायक पुलिसकर्मियों को रोकने की पूरी कोशिश की गई। लेकिन वह सुरक्षा घेरे को तोड़कर आगे बढ़ने लगे, अलग-अलग झुंड बनाकर अलग-अलग रास्तों से मुख्यमंत्री आवास पहुंचने की कोशिश करने लगे।
लाठी चार्ज के कारण सड़के हुई जाम-
इसके बाद कोई चारा न देख पुलिस वालों ने लाठी चार्ज कर दिया। लाठीचार्ज और भगदड़ में कई सहायक पुलिसकर्मी और पुलिस वाले घायल भी हुए हैं। सैकड़ों की संख्या में सहायक पुलिसकर्मियों के सड़क पर उतर जाने की वजह से राजधानी रांची में जाम लग गया है। स्कूल बसें जाम में फंसी हुई है बच्चों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। लाठीचार्ज के बाद भी सहायक पुलिसकर्मी रोड पर ही बैठ गए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।