रांची ; आगामी 28 और 29 मई 2025 को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची में व्यवहारिक वेदांत और मूल्यों के विज्ञान विषय पर एक दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाना है। यह आयोजन, सेंटर फॉर ट्रेनिंग इन primal लीडरशिप , एशिया संस्था के साथ संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा। इस दो दिवसीय आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वेदांत और योग के सिद्धांत आज पश्चिमी दुनिया में भी लोकप्रिय हो रहे है। योग और ध्यान की वैदिक पद्धतियां आज वैश्विक समाज में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अपनाई जाती है। उन्होंने आगे कहा कि इस अंतराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन का मुख्य उद्वेश्य यह है कि आज की युवा पीढ़ी को यह समझाया जाए कि वेदों का ज्ञान आधुनिक समाज के लिए भी प्रासंगिक है। यह न केवल अध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ावा देता है बल्कि नैतिकता, सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के माध्यम से समाज को दिशा देता है। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में उपरोक्त विषय पर अपने विचारों को साझा करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लब्ध श्रेष्ठ शिक्षाविद् आमंत्रित किए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख है, अंतराष्ट्रीय शिक्षाविदों के अंतर्गत प्रो जेम्स गोमेज, बैंकॉक, थाईलैंड, डॉ स्टीफन मर्फी, रिसर्च फेलो, सिंगापुर, डॉ सोमवीर, निदेशक,मार्कण्डेय योग सेंटर, इंडोनेशिया, डॉ धर्मस्य, बाली, इंडोनेशिया और राष्ट्रीय विशेषज्ञों में प्रो उपेंद्र पढ़ी, भुवनेश्वर, डॉ एडीएन बाजपेई, कुलपति अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय, बिलासपुर और डॉ संघमित्रा, नई दिल्ली विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे । कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि आशा है कि इस दो दिवसीय राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन के उपरांत वेदान्त से संबंधित कई उपयोगी निष्कर्ष निकल कर सामने आएंगे जो इस विषय में शोधार्थियों और प्राध्यापकों के लिए समान रूप से लाभकारी साबित होंगे। यह जानकारी पीआरओ डॉ राजेश कुमार सिंह ने दी।
