खूंटी के रोन्हें जंगल से 5 पीएलएफआई उग्रवादी गिरफ्तार, हथियार और पर्चे बरामद

खूँटी । कर्रा थाना क्षेत्र से पुलिस ने उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रोन्हें जंगल से 5 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। ठेकेदारों से लेवी वसूलने की योजना बना रहे प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआइ के पांच सक्रिय नक्सलियों को पुलिस ने शनिवार को कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक देसी कारबाईन मैग्जीन के साथ एक जिंदा गोली, पीएलएफआइ के छह पर्चे, चार बाइक, पांच मोबाइल फोन और एक बैग बरामद किया है। पकड़े गये नक्सलियों में रांची जिले के इटकी थाना क्षेत्र के तरगड़ी गांव निवासी पवन कुमार उर्फ पवन महतो (26 वर्ष) और करमा बारला (38 वर्ष), रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र के इटमा मोड़ कुजू निवासी सेंटू सिंह (20 वर्ष), पतरातू के हेहल बड़काकाना निवासी अभय कुमार सिंह उर्फ अमन सिंह (22 वर्ष) और दीपक मुंडा (20 वर्ष) शामिल हैं। यह जानकारी तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने रविवार को कर्रा थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। इसको लेकर कर्रा थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसडीपीओ केरकेट्टा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को शनिवार को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ के कुछ उग्रवादी कर्रा थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल में बैठक करने वाले हैं। बैठक में उग्रवादियों द्वारा संगठन का विस्तार करने, लेवी वसूलने और ठेकेदारों के साइट पर फायरिंग कर दहशत फैलाने की योजना है। सूचना के सत्यापन और नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम में तोरपा अंचल के पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, कर्रा के थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, रनिया के थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल, कर्रा थाना के सब इंस्पेक्टर दीपक कांत कुमार के अलावा एसडीपीओ के अंगरक्षक और कर्रा थाना सशस्त्र बल के जवानों को शामिल किया गया। टीम से तकनीकी शाखा को जोड़ा गया। पुलिस ने शनिवार को रोन्हे जंगल में छापामारी कर चारों और घेर कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को ही गिरफ्तार नक्सलियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। संगठन से जुड़ने के लिए बाइक और कपडों की लालच देता था सेंटू सिंह एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि अब पीएलएफआइ को स्थानीय स्तर पर कैडर नहीं मिल रहे हैं। इस कारण इसके शीर्ष नेता बाहर के युवकों को प्रलोभन देकर बुलाते हैं। उन्हें अच्छे कपड़े, बाइक, मोबाइल फोन आदि उपलब्ध कराकर संगठन के कामों में लगाया जाता है। इसका सरगना सेंटू सिंह है। एसडीपीओ ने दावा किया कि जल्द ही पीएलएफआइ नक्सलियों का सफाया कर दिया जाएगा। संगठन के शीर्ष नेताओं को गिरफ्तार करने की दिशा में पुलिस काम कर रही है। उन्होंने उग्रवादियों से अपील किया कि वे जल्द सरकार की नीतियों के तहत आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा से जुडें एक देसी कारबाईन मैग्जीन के साथ एक जिंदा गोली, छह पीएलएफआई के पर्चा, चार बाइक, पांच मोबाईल फोन और एक बैग बरामद की है। इस छापामारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी क्रिस्टोफर केरकेट्टा, अंचल पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरिया गढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, सहित सशस्त्र बल आदि शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *