सुव्यवस्थित विद्यालय नहीं होने से अच्छी शिक्षा की परिकल्पना बेकार : अरुण साबू

खूँटी । जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत मारुंगटोलीगां स्थित नव प्राथमिक विद्यालय मारुंगटोली में बुधवार को बिना मध्याह्न भोजन किया ही घर लौटना पड़ गया। जिसका मुख्य कारण रसोइया का न आना। इस विद्यालय में न तो शौचालय दुरुस्त हैं न ही पेयजल का सुप्रबंधन है। वहीं बुधवार प्रखंड उपप्रमुख अरुण साबू ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। जहां उन्होंने बच्चों से व शिक्षक से बातें कर जानकारी लिये। जिसमें नव प्राथमिक विद्यालय मरंगटोली में 47 बच्चे नामांकित हैं। जिसमें 60 -70 प्रतिशत बच्चों का ही मात्र उपस्थित हो पाते हैं। वहीं बुधवार को विद्यालय में रसोईया नहीं आने के कारण बच्चों को मध्याह्न भोजन नही मिला। अरुण साबू ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में पता चला कि विद्यालय में विद्यार्थियों के पास पुस्तक भी नहीं है। विद्यालय की विद्यार्थियों का आधार कार्ड लिंक अभी भी नहीं है। विद्यालय में बाउंड्री वाल नहीं है। सुव्यवस्थित शौचालय नहीं है और न ही खेलने के लिए कुछ संसाधन भी नहीं है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को एक स्वस्थ शिक्षा प्रदान कर पाना कहाँ तक संभव हो पाएगा। विद्यार्थियों को साक्षर नहीं शिक्षित बनाना उद्देश्य होना चहिए। और जब तक विद्यालय विद्या का मंदिर ही दुरुस्त नहीं होगा तो वहाँ ज्ञानार्जन हेतु समुचित संसाधन की कमी के कारण बच्चों को कितना लाभप्रद सिद्ध होगा। योजनाएं कागज पर नहीं धरातल पर उतरे, जिसका समुचित लाभ विद्यार्थी ले पावे ऐसी व्यवस्था की आवश्यकता है।
